समाचार में क्यों?
• फ्रांस ने मोसले क्षेत्र (Moselle region) में 46 मिलियन टन का विशाल व्हाइट हाइड्रोजन भंडार खोजा है।
• इसकी अनुमानित कीमत $92 ट्रिलियन आंकी गई है।
• यह खोज वैश्विक ऊर्जा संकट और हरित ऊर्जा (Green Energy) समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
व्हाइट हाइड्रोजन क्या है?
✔ व्हाइट हाइड्रोजन वह प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला हाइड्रोजन है, जो भूगर्भीय प्रक्रियाओं के माध्यम से पृथ्वी की परतों में बनता और संग्रहित होता है।
✔ यह नवीकरणीय ऊर्जा का एक स्वच्छ स्रोत है क्योंकि इसके दहन से कोई कार्बन उत्सर्जन नहीं होता।
✔ इसे “प्राकृतिक हाइड्रोजन” (Natural Hydrogen) या “जियोहाइड्रोजन” (Geo-hydrogen) भी कहा जाता है।
व्हाइट हाइड्रोजन के अन्य प्रकारों से अंतर
हाइड्रोजन का प्रकार | स्रोत और उत्पादन विधि | पर्यावरणीय प्रभाव |
---|---|---|
ग्रीन हाइड्रोजन | नवीकरणीय ऊर्जा (सौर/पवन) द्वारा जल के इलेक्ट्रोलिसिस से उत्पन्न | शून्य कार्बन उत्सर्जन |
ब्लू हाइड्रोजन | प्राकृतिक गैस से, लेकिन CO₂ को कैप्चर कर भंडारण किया जाता है | कम कार्बन उत्सर्जन |
ग्रे हाइड्रोजन | प्राकृतिक गैस से उत्पन्न, लेकिन CO₂ उत्सर्जन को कैप्चर नहीं किया जाता | उच्च कार्बन उत्सर्जन |
ब्राउन/ब्लैक हाइड्रोजन | कोयले से उत्पादित | अत्यधिक प्रदूषणकारी |
व्हाइट हाइड्रोजन | प्राकृतिक रूप से पृथ्वी की परतों में पाया जाता है | शून्य कार्बन उत्सर्जन, पूरी तरह स्वच्छ |
व्हाइट हाइड्रोजन के लाभ
✔ शुद्ध और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत – कोई ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन नहीं।
✔ सस्ती ऊर्जा – यदि इसे कुशलता से निकाला जाए तो अन्य हाइड्रोजन प्रकारों की तुलना में लागत प्रभावी हो सकता है।
✔ ऊर्जा संकट का समाधान – जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम कर सकता है।
✔ औद्योगिक उपयोग – परिवहन, स्टील और उर्वरक उत्पादन में प्रयोग किया जा सकता है।
व्हाइट हाइड्रोजन के सामने चुनौतियाँ
⚠ खनन और निष्कर्षण की जटिलता – गहरे भूगर्भीय संरचनाओं से इसे निकालना कठिन और महंगा हो सकता है।
⚠ भंडारण और परिवहन – हाइड्रोजन अत्यधिक ज्वलनशील है और इसे सुरक्षित रूप से संग्रहित करना चुनौतीपूर्ण है।
⚠ तकनीकी विकास की आवश्यकता – वर्तमान में इसके व्यावसायिक निष्कर्षण और उपयोग के लिए प्रौद्योगिकी सीमित है।
⚠ नियामक और पर्यावरणीय प्रभाव – बड़े पैमाने पर खनन के लिए कड़े पर्यावरणीय नियमों की आवश्यकता होगी।
भारत और व्हाइट हाइड्रोजन
✔ भारत राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन (National Green Hydrogen Mission) के तहत हाइड्रोजन आधारित ऊर्जा को बढ़ावा दे रहा है।
✔ भारत में अभी तक व्हाइट हाइड्रोजन के बड़े भंडार की खोज नहीं हुई है, लेकिन वैज्ञानिक इस दिशा में अध्ययन कर रहे हैं।
✔ भारत को इस तकनीक में निवेश करना चाहिए ताकि ऊर्जा आत्मनिर्भरता (Energy Independence) और हरित ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके।
निष्कर्ष
• व्हाइट हाइड्रोजन एक क्रांतिकारी ऊर्जा स्रोत हो सकता है, जो वैश्विक ऊर्जा संकट और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में सहायक होगा।
• यदि इसका निष्कर्षण सस्ता और प्रभावी हो जाता है, तो यह पारंपरिक जीवाश्म ईंधनों का एक स्थायी विकल्प बन सकता है।
• भारत को इस क्षेत्र में अनुसंधान और निवेश बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि ऊर्जा सुरक्षा और हरित भविष्य की दिशा में आगे बढ़ा जा सके।
यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिक बिंदु
GS Paper 3 (पर्यावरण एवं ऊर्जा क्षेत्र)
• हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था और उसके प्रकार।
• व्हाइट हाइड्रोजन का महत्व और चुनौतियाँ।
• भारत की ग्रीन हाइड्रोजन नीति।
• ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास लक्ष्य (SDGs)।
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