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प्रधानमंत्री द्वारा नई जलवायु नीति की घोषणा -UPSC

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Prime Minister announced new climate policy : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 दिसंबर 2024 को भारत की जलवायु कार्रवाई के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि देश नवीन नीतियों, नवीकरणीय ऊर्जा में नेतृत्व और अंतर्राष्ट्रीय पहल के माध्यम से वैश्विक मानक स्थापित कर रहा है।

चर्चा में क्यों

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कई महत्वपूर्ण पहलें शुरू की हैं। इन पहलों का उद्देश्य पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करना और सतत विकास को बढ़ावा देना है।

प्रमुख पहलें:

  1. अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA): यह पहल सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न देशों को एक मंच पर लाती है, जिससे स्वच्छ ऊर्जा के प्रसार में तेजी लाई जा सके।
  2. मिशन LiFE (लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट): इसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवनशैली को प्रोत्साहित करना है, जिससे व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर स्थिरता सुनिश्चित हो।
  3. वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन: यह पहल जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने और पारंपरिक जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम करने के लिए देशों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करती है।
  4. “एक पेड़ मां के नाम” योजना: इस योजना के तहत एक अरब पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे हरित आवरण में वृद्धि होगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
  5. बीआईओ-ई3 (अर्थव्यवस्था, रोजगार और पर्यावरण के लिए जैव प्रौद्योगिकी) नीति: यह नीति जैव प्रौद्योगिकी के माध्यम से अर्थव्यवस्था, रोजगार और पर्यावरणीय स्थिरता को सुदृढ़ करने के लिए बनाई गई है।

उद्देश्य:

  • 2030 तक कार्बन उत्सर्जन में 30% की कमी लाना।
  • नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों, विशेषकर सौर ऊर्जा, को बढ़ावा देना।
  • पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवनशैली को प्रोत्साहित करना।
  • जैव ईंधनों के उपयोग को बढ़ावा देकर जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम करना।
  • जैव प्रौद्योगिकी के माध्यम से रोजगार सृजन और पर्यावरणीय स्थिरता को सुदृढ़ करना।

प्रभाव:

  • इन पहलों से भारत की ऊर्जा सुरक्षा में वृद्धि होगी और पर्यावरणीय प्रदूषण में कमी आएगी।
  • वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति एक पर्यावरणीय नेता के रूप में मजबूत होगी।
  • स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, विशेषकर हरित प्रौद्योगिकियों में।
  • पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति जन जागरूकता में वृद्धि होगी।

इन पहलों के माध्यम से, भारत जलवायु परिवर्तन से निपटने और सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।


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