चर्चा में क्यों?
• राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (NTTM) ने अपनी स्थापना के 5 वर्ष पूरे कर लिए हैं।
• यह मिशन तकनीकी वस्त्र (Technical Textiles) क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था।
• इसका उद्देश्य तकनीकी वस्त्रों के घरेलू उत्पादन को बढ़ाना और भारत को इस क्षेत्र में वैश्विक नेता बनाना है।
राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (NTTM) क्या है?
✔ यह मिशन फरवरी 2020 में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया था।
✔ 2020-2024 की अवधि के लिए ₹1,480 करोड़ के बजट के साथ इसे लॉन्च किया गया।
✔ तकनीकी वस्त्र (Technical Textiles) ऐसे विशेष वस्त्र होते हैं जो सामान्य परिधान से अलग होते हैं और विशेष औद्योगिक, चिकित्सा, रक्षा, कृषि और अवसंरचना क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं।
✔ इस मिशन का उद्देश्य तकनीकी वस्त्रों के अनुसंधान, विकास और उत्पादन को प्रोत्साहित करना है।
तकनीकी वस्त्रों के प्रकार
तकनीकी वस्त्रों को उनके उपयोग के आधार पर 12 श्रेणियों में बांटा गया है:
- एग्रीटेक्स (Agrotech) – कृषि और बागवानी में उपयोग (जैसे: नमी-संरक्षण जाल, पौधों के लिए सुरक्षा कपड़े)।
- बिल्डटेक्स (Buildtech) – निर्माण उद्योग में उपयोग (जैसे: जियोमेम्ब्रेन, भवन संलग्नक)।
- क्लॉथटेक्स (Clothtech) – परिधान उद्योग में उपयोग (जैसे: अस्तर, इंटरलाइंग सामग्री)।
- जियोटेक्स (Geotech) – सड़क निर्माण, जल संरक्षण, मिट्टी संरक्षण में उपयोग।
- होमटेक्स (Hometech) – घरेलू उपयोग (जैसे: परदे, गद्दे, कुशन कवर)।
- इंडूटेक्स (Indutech) – औद्योगिक प्रयोजन (जैसे: फ़िल्टर कपड़े, बेल्ट)।
- मेडटेक्स (Medtech) – चिकित्सा क्षेत्र में उपयोग (जैसे: सर्जिकल मास्क, पीपीई किट, कृत्रिम अंग)।
- मॉबिलटेक्स (Mobiltech) – ऑटोमोबाइल क्षेत्र में उपयोग (जैसे: एयरबैग, सीट बेल्ट, कारपेट)।
- ओएकोटेक्स (Oekotech) – पर्यावरणीय सुरक्षा (जैसे: ऑयल स्पिल कंट्रोल, प्रदूषण नियंत्रण)।
- प्लेटटेक्स (Packtech) – पैकेजिंग में उपयोग (जैसे: बैग, खाद्य पैकेजिंग सामग्री)।
- प्रोटेक्टेक्स (Protech) – सुरक्षा उपकरण (जैसे: अग्निरोधक वस्त्र, बुलेटप्रूफ जैकेट)।
- स्पोर्टटेक्स (Sportech) – खेल सामग्री में उपयोग (जैसे: स्पोर्ट्स शूज़, स्विमसूट, ट्रैक सूट)।
NTTM के प्रमुख उद्देश्य
✅ घरेलू उत्पादन और आत्मनिर्भरता – भारत को तकनीकी वस्त्रों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना।
✅ नवाचार और अनुसंधान – शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के सहयोग से नई तकनीकों का विकास।
✅ वैश्विक प्रतिस्पर्धा – भारतीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाना।
✅ निर्यात को बढ़ावा – भारत को तकनीकी वस्त्रों के वैश्विक हब के रूप में स्थापित करना।
✅ रोजगार सृजन – इस क्षेत्र में नई नौकरियों के अवसर पैदा करना।
NTTM के तहत प्रमुख पहलें
- अनुसंधान और विकास (R&D) को बढ़ावा – ₹1,000 करोड़ से अधिक की लागत से अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्रों की स्थापना।
- तकनीकी वस्त्रों में शिक्षा – NTTM के तहत भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) और अन्य संस्थानों में पाठ्यक्रम विकसित किए गए हैं।
- उद्योग और शिक्षा सहयोग – उद्योगों को विश्वविद्यालयों के साथ जोड़कर नवाचार को बढ़ावा देना।
- विनिर्माण क्षमता में वृद्धि – सरकार ने पीएलआई (Production Linked Incentive) योजना के तहत तकनीकी वस्त्र निर्माण इकाइयों को समर्थन दिया।
- निर्यात प्रोत्साहन – भारत से तकनीकी वस्त्रों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियाँ लागू की गई हैं।
तकनीकी वस्त्र उद्योग की चुनौतियाँ
⚠ तकनीकी ज्ञान की कमी – भारत में इस क्षेत्र में अभी भी प्रशिक्षित श्रमिकों और विशेषज्ञों की कमी है।
⚠ अनुसंधान और नवाचार में धीमी गति – विकसित देशों की तुलना में तकनीकी वस्त्रों में अनुसंधान धीमा है।
⚠ कच्चे माल की उपलब्धता – कई महत्वपूर्ण कच्चे माल का आयात करना पड़ता है, जिससे उत्पादन लागत बढ़ जाती है।
⚠ निर्यात में बाधाएँ – वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा और गुणवत्ता मानकों का पालन एक चुनौती है।
⚠ नीतिगत समर्थन की जरूरत – सरकार को इस क्षेत्र में दीर्घकालिक नीतियाँ बनाने की आवश्यकता है।
NTTM के प्रभाव और भविष्य की संभावनाएँ
✔ भारत की वैश्विक स्थिति मजबूत होगी – यह मिशन भारत को तकनीकी वस्त्रों के प्रमुख निर्यातकों में शामिल करने में मदद करेगा।
✔ रोजगार के नए अवसर – सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार सृजन होगा।
✔ “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” को बल – तकनीकी वस्त्रों का घरेलू उत्पादन आयात निर्भरता कम करेगा।
✔ वैश्विक मांग में वृद्धि का लाभ – तकनीकी वस्त्रों की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है, भारत इस अवसर का लाभ उठा सकता है।
निष्कर्ष
• राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (NTTM) भारत को वैश्विक तकनीकी वस्त्र बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
• इस मिशन के तहत अनुसंधान, उत्पादन, नवाचार और निर्यात को बढ़ावा दिया जा रहा है।
• हालांकि तकनीकी ज्ञान, कच्चे माल और नीतिगत समर्थन से जुड़ी कुछ चुनौतियाँ बनी हुई हैं, लेकिन सरकार के प्रयासों से यह क्षेत्र भविष्य में तेजी से विकसित हो सकता है।
• यदि नीति निर्माण, अनुसंधान और उद्योग सहयोग को सही दिशा में रखा जाए, तो भारत तकनीकी वस्त्रों में वैश्विक नेतृत्व हासिल कर सकता है।
यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिक बिंदु
GS Paper 3 (अर्थव्यवस्था और विज्ञान-प्रौद्योगिकी)
• तकनीकी वस्त्र क्या हैं?
• NTTM का उद्देश्य और प्रभाव।
• भारत में तकनीकी वस्त्रों का विकास और चुनौतियाँ।
• मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत तकनीकी वस्त्रों की भूमिका।
GS Paper 2 (सरकारी योजनाएँ और नीतियाँ)
• सरकार द्वारा तकनीकी वस्त्र क्षेत्र को बढ़ावा देने की योजनाएँ।
• राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन का महत्व और इसकी नीतिगत प्रासंगिकता।
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