- राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) में अंतर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा देने हेतु वाराणसी में आईडब्ल्यूएआई का क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित
- 1. राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW-1) क्या है?
- 2. वाराणसी में क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना का महत्व
- 3. वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय की प्रमुख जिम्मेदारियाँ
- 4. UPSC परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
- 5. निष्कर्ष
राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) में अंतर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा देने हेतु वाराणसी में आईडब्ल्यूएआई का क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित
परिचय:
अंतर्देशीय जल परिवहन (Inland Water Transport – IWT) को प्रभावी रूप से लागू करने और राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW-1) गंगा नदी में जल यातायात को सुगम बनाने के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) ने अपने वाराणसी स्थित उप-कार्यालय को पूर्ण क्षेत्रीय कार्यालय में अपग्रेड कर दिया है। यह निर्णय उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे गंगा तटीय राज्यों में जल परिवहन को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
1. राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW-1) क्या है?
- NW-1 भारत के पाँच राष्ट्रीय जलमार्गों में से एक है, जो गंगा नदी पर स्थित है।
- यह हल्दिया (पश्चिम बंगाल) से वाराणसी (उत्तर प्रदेश) तक 1,620 किलोमीटर लंबा जलमार्ग है।
- इसका विकास “जल मार्ग विकास परियोजना (JMVP)” के तहत विश्व बैंक की सहायता से किया जा रहा है।
- यह जलमार्ग उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ता है, जिससे व्यापारिक और परिवहन सुविधाओं में वृद्धि होगी।
2. वाराणसी में क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना का महत्व
✅ बेहतर प्रशासनिक नियंत्रण: IWT गतिविधियों की मॉनिटरिंग और प्रबंधन में आसानी होगी।
✅ नौवहन (Navigation) सुविधाओं का विस्तार: जलमार्ग को और अधिक सुरक्षित और सुलभ बनाया जाएगा।
✅ कार्गो और यात्री परिवहन को बढ़ावा: माल ढुलाई और यात्री नौवहन की सुविधाएँ उन्नत होंगी।
✅ स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल: व्यापार और पर्यटन के अवसर बढ़ेंगे।
3. वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय की प्रमुख जिम्मेदारियाँ
🔹 जलमार्ग की रखरखाव और गहराई सुनिश्चित करना।
🔹 टर्मिनल और लॉजिस्टिक्स हब का संचालन।
🔹 नौवहन सुरक्षा से संबंधित कार्यों का संचालन।
🔹 स्थानीय व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देना।
🔹 जल मार्ग विकास परियोजना (JMVP) की निगरानी।
4. UPSC परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
1️⃣ राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW-1) किन राज्यों से होकर गुजरता है?
→ उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल।
2️⃣ IWAI द्वारा वाराणसी में क्षेत्रीय कार्यालय क्यों स्थापित किया गया?
→ NW-1 में IWT गतिविधियों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए।
3️⃣ जल मार्ग विकास परियोजना (JMVP) किसके सहयोग से चल रही है?
→ विश्व बैंक की सहायता से।
4️⃣ वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय से क्या लाभ होंगे?
→ जल परिवहन प्रणाली का विकास, व्यापार में वृद्धि, लॉजिस्टिक्स सुविधाओं में सुधार।
5️⃣ NW-1 का रणनीतिक महत्व क्या है?
→ यह पूर्वी भारत में व्यापार और परिवहन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण जलमार्ग है, जिससे सड़क और रेल परिवहन पर दबाव कम होगा।
5. निष्कर्ष
वाराणसी में IWAI का क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करना, भारत में अंतर्देशीय जल परिवहन को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। NW-1 का विकास भारत की “गति शक्ति योजना” के तहत लॉजिस्टिक्स सुधारों में योगदान देगा और पर्यावरण के अनुकूल एवं किफायती परिवहन साधन को प्रोत्साहित करेगा।
भविष्य में इस पहल से:
🔹 व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियाँ तेज़ होंगी।
🔹 सड़कों और रेलवे पर यातायात का दबाव कम होगा।
🔹 भारत के जलमार्ग नेटवर्क का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित होगा।
यह विषय UPSC परीक्षा के लिए GS Paper-3 (अवसंरचना एवं आर्थिक विकास) तथा साक्षात्कार में महत्वपूर्ण हो सकता है।
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