भारत में 2025 में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना | India to Receive Above Normal Rainfall in 2025
चर्चा में क्यों? | Why in News?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि वर्ष 2025 के मानसून सीज़न के दौरान भारत में सामान्य से अधिक वर्षा (Above Normal Rainfall) देखने को मिल सकती है। इस अनुमान का प्रमुख कारण न्यूट्रल एल नीनो परिस्थितियाँ (Neutral El Niño Conditions) मानी जा रही हैं।
प्रमुख बिंदु | Key Highlights
- IMD की घोषणा: 2025 के दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना जताई गई है।
- ENSO की स्थिति: एल नीनो (El Niño) की स्थिति धीरे-धीरे न्यूट्रल हो रही है, जिससे मानसून पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
- भारतीय कृषि पर प्रभाव: सामान्य से अधिक वर्षा खरीफ फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल मानी जा रही है, जिससे खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सकती है।
महत्वपूर्ण शब्दावली (Important Terms with Notes)
- एल नीनो (El Niño): यह एक महासागरीय-आंतरिक मौसमी पैटर्न है जिसमें प्रशांत महासागर की सतही जलधाराएं गर्म हो जाती हैं, जिससे वैश्विक मौसम चक्र प्रभावित होता है।
Note: El Niño का प्रभाव अक्सर भारत में मानसून को कमजोर करता है, लेकिन 2025 में यह स्थिति न्यूट्रल हो रही है। - लानीना (La Niña): एल नीनो का विपरीत प्रभाव जिसमें महासागर की सतह ठंडी हो जाती है और मानसून अधिक तीव्र हो जाता है।
- IOD (Indian Ocean Dipole): हिंद महासागर में तापमान भिन्नता जो मानसून को प्रभावित कर सकती है।
प्रभाव और विश्लेषण | Impacts and Analysis
1. कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था
- पर्याप्त वर्षा से धान, मक्का, कपास और गन्ने जैसी फसलों की पैदावार बढ़ सकती है।
- जलस्तर और भूजल पुनर्भरण में सहायता मिल सकती है।
2. शहरी और बुनियादी ढांचा
- अत्यधिक वर्षा से शहरी बाढ़ (Urban Flooding) की आशंका भी बढ़ सकती है।
- जल निकासी और सिंचाई प्रणाली को बेहतर बनाने की आवश्यकता।
3. बिजली उत्पादन
- जल विद्युत परियोजनाओं में जल उपलब्धता बढ़ने से उत्पादन लागत में कमी।
IMD का पूर्वानुमान मॉडल | IMD’s Forecasting Model
IMD अपने Monsoon Mission कार्यक्रम के तहत विभिन्न आंकड़ों और मॉडलिंग तकनीकों का उपयोग करता है, जैसे:
- Dynamical Model
- Statistical Model
- Extended Range Forecast System (ERFS)
भारत के लिए क्या मायने हैं यह पूर्वानुमान? | What Does It Mean for India?
क्षेत्र | प्रभाव |
---|---|
कृषि | उपज में वृद्धि, किसानों की आमदनी बढ़ेगी |
जल संसाधन | जलाशयों और नदियों में जल स्तर में सुधार |
अर्थव्यवस्था | ग्रामीण मांग और GDP में योगदान |
आपदा प्रबंधन | बाढ़ और भूस्खलन की आशंका के लिए तैयारी ज़रूरी |
FAQs
Q1. क्या 2025 में एल नीनो की स्थिति भारत के मानसून को प्रभावित करेगी?
उत्तर: नहीं, 2025 में एल नीनो की स्थिति न्यूट्रल बताई गई है, जिससे मानसून पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
Q2. अधिक वर्षा का कृषि पर क्या असर होगा?
उत्तर: इससे फसलों की पैदावार बढ़ेगी, जिससे किसानों की आमदनी में वृद्धि हो सकती है।
Q3. क्या शहरी क्षेत्रों में अधिक वर्षा नुकसानदायक हो सकती है?
उत्तर: हाँ, जल निकासी की समस्या के कारण बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
UPSC परीक्षा प्रासंगिक बिंदु | UPSC Exam Relevance
- GS Paper 1: मानसून प्रणाली, जलवायु परिवर्तन
- GS Paper 3: कृषि, आपदा प्रबंधन, पर्यावरणीय अध्ययन
- Current Affairs: मौसम पूर्वानुमान, ENSO पैटर्न
Summary Box:
- वर्षा: सामान्य से अधिक (Above Normal)
- ENSO: न्यूट्रल
- मुख्य प्रभाव: कृषि, जल संसाधन, अर्थव्यवस्था
- आपदा जोखिम: शहरी बाढ़, भूस्खलन
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