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भारत-मॉरीशस संबंध (India-Mauritius Relations)

भारत-मॉरीशस संबंध (India-Mauritius Relations)

समाचार में क्यों?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11-12 मार्च को मॉरीशस की आधिकारिक यात्रा करेंगे।
• यह दौरा भारत और मॉरीशस के गहरे और ऐतिहासिक संबंधों का उत्सव माना जा रहा है।
• इस यात्रा के दौरान विकास परियोजनाओं, व्यापार, रणनीतिक सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर रहेगा।


भारत-मॉरीशस संबंधों का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

औपनिवेशिक युग:

  • ब्रिटिश शासन के दौरान 19वीं शताब्दी में भारतीय श्रमिकों को मॉरीशस ले जाया गया, जिससे वहाँ भारतीय समुदाय की जड़ें मजबूत हुईं।
  • मॉरीशस की कुल आबादी में भारतीय मूल के लोगों की संख्या 70% से अधिक है।

राजनीतिक संबंध:

  • 1968 में मॉरीशस की स्वतंत्रता के बाद से भारत इसका प्रमुख सहयोगी रहा है।
  • 1970 और 1980 के दशक में भारत ने मॉरीशस की आर्थिक और रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में मदद की।
  • भारत ‘सागर नीति’ (Security and Growth for All in the Region – SAGAR) के तहत मॉरीशस को समुद्री सुरक्षा और विकास में सहयोग प्रदान कर रहा है।

मुख्य सहयोग क्षेत्र

1. आर्थिक और व्यापारिक सहयोग

भारत मॉरीशस का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और निवेशक है।
भारत-मॉरीशस व्यापक आर्थिक सहयोग साझेदारी (CECPA) 2021 के तहत व्यापार को बढ़ावा मिला है।
• मॉरीशस को भारत से निर्यात किए जाने वाले मुख्य उत्पाद: पेट्रोलियम उत्पाद, अनाज, दवाइयाँ, कपड़ा और मशीनरी।
• भारत मॉरीशस में बुनियादी ढांचे और अन्य विकास परियोजनाओं में निवेश कर रहा है।

2. रणनीतिक और रक्षा सहयोग

• भारत ने मॉरीशस को ‘डोर्नियर एयरक्राफ्ट’ और ‘फास्ट पेट्रोल वेसल’ जैसी सैन्य सहायता दी है।
‘सागर नीति’ के तहत समुद्री सुरक्षा में सहयोग, विशेष रूप से भारतीय महासागर क्षेत्र (IOR) में।
2015 में भारत ने मॉरीशस को ₹500 करोड़ की सहायता दी थी, जिससे वहाँ रक्षा क्षमताओं का विस्तार हुआ।

3. सांस्कृतिक और सामाजिक संबंध

भारत और मॉरीशस के बीच भाषा, धर्म, खानपान और परंपराओं में गहरी समानता है।
भारतीय प्रवासी दिवस (Pravasi Bharatiya Diwas) में मॉरीशस की भागीदारी महत्वपूर्ण रहती है।
बोझपुरि, हिंदी और तमिल भाषा मॉरीशस में व्यापक रूप से बोली जाती हैं।
“विश्व हिंदी सचिवालय” मॉरीशस में स्थित है, जो हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभाता है।

4. विकास और सहायता परियोजनाएँ

• भारत मॉरीशस में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का वित्तपोषण कर रहा है, जैसे –

  • मेट्रो एक्सप्रेस प्रोजेक्ट।
  • नया सुप्रीम कोर्ट भवन।
  • स्वच्छ जल आपूर्ति और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएँ।
    • भारत ने मॉरीशस को COVID-19 महामारी के दौरान वैक्सीन और चिकित्सा सहायता भी प्रदान की थी।

5. जलवायु और पर्यावरण सहयोग

जलवायु परिवर्तन और समुद्र के स्तर में वृद्धि मॉरीशस के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
• भारत सौर ऊर्जा और सतत विकास परियोजनाओं में मॉरीशस का सहयोग कर रहा है।


चुनौतियाँ और समाधान

चुनौतीसंभावित समाधान
चीन का बढ़ता प्रभावभारत को अपने निवेश और कूटनीतिक पहल को और मजबूत करना होगा।
समुद्री सुरक्षा मुद्देरक्षा सहयोग बढ़ाने और मॉरीशस को नौसैनिक सहायता जारी रखने की जरूरत।
कर-नीति विवादभारत और मॉरीशस को पारदर्शी कर संधि लागू करनी होगी।

निष्कर्ष

भारत और मॉरीशस के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और रणनीतिक संबंध बेहद मजबूत हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा इन संबंधों को और प्रगाढ़ करेगी और भारतीय महासागर क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत करेगी।
मॉरीशस भारत के ‘सागर’ विजन में एक महत्वपूर्ण भागीदार बना रहेगा, जिससे हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित होगी।


यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिक बिंदु

GS Paper 2 (अंतरराष्ट्रीय संबंध)

• भारत-मॉरीशस रणनीतिक संबंध।
• हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की भूमिका।
• भारत की ‘सागर नीति’ और समुद्री सुरक्षा।

GS Paper 3 (अर्थव्यवस्था और पर्यावरण)

• भारत-मॉरीशस आर्थिक सहयोग और CECPA।
• जलवायु परिवर्तन और समुद्री पारिस्थितिकी में सहयोग।
• हिंद महासागर में भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा।


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