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अदन की खाड़ी और लाल सागर ( Gulf of Aden and Red Sea )- UPSC Prelims Pointer

Gulf of Aden and Red Sea

चर्चा में क्यों?

भारत के रक्षा मंत्री ने अदन की खाड़ी, लाल सागर और पूर्वी अफ्रीकी देशों के आसपास के समुद्री क्षेत्रों में बढ़ती चुनौतियों, जैसे समुद्री डकैती, आतंकवाद और क्षेत्रीय संघर्षों पर चिंता व्यक्त की है। इसके साथ ही, 2024 को ‘नौसेना नागरिक वर्ष’ (Naval Civilian Year) के रूप में मनाया गया, जो नौसेना के कार्यबल में नागरिक कर्मचारियों के महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करता है।


समुद्री चुनौतियाँ और उनके प्रभाव

1. अदन की खाड़ी और लाल सागर के रणनीतिक महत्व:

  • भौगोलिक स्थिति: अदन की खाड़ी और लाल सागर वैश्विक समुद्री व्यापार मार्गों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह क्षेत्र स्वेज नहर के माध्यम से यूरोप, एशिया और अफ्रीका को जोड़ता है।
  • चोक प्वाइंट: बाब-अल-मंदेब जलडमरूमध्य, अदन की खाड़ी और लाल सागर के बीच एक महत्वपूर्ण चोक प्वाइंट है, जो विश्व व्यापार और ऊर्जा आपूर्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
  • भारत के लिए महत्व: भारत के व्यापार का एक बड़ा हिस्सा इसी मार्ग से होकर गुजरता है। क्षेत्र में अस्थिरता से भारत की ऊर्जा और व्यापार सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

2. समुद्री डकैती:

  • सोमालियाई डकैती: सोमालिया के पास समुद्री डकैती ने 2000 के दशक में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को गंभीर रूप से प्रभावित किया था। हालाँकि, हाल के वर्षों में इसमें कमी आई है, लेकिन यह समस्या अभी भी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है।
  • भारत पर प्रभाव: भारतीय व्यापारिक जहाज और मछुआरे इस समस्या से प्रभावित हो सकते हैं।

3. आतंकवाद और गैर-राज्य कृत्य:

  • समुद्री मार्गों का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों, हथियारों की तस्करी और ड्रग्स के अवैध व्यापार के लिए किया जा सकता है।
  • 26/11 का सबक: 2008 के मुंबई हमले ने दिखाया कि समुद्री मार्गों का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए कैसे किया जा सकता है।

4. क्षेत्रीय संघर्ष:

  • यमन, सऊदी अरब और अफ्रीका के अन्य क्षेत्रों में चल रहे संघर्ष क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित करते हैं।
  • भविष्य की चुनौतियाँ: राजनीतिक अस्थिरता, पर्यावरणीय संकट और जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्री संघर्ष बढ़ सकते हैं।

भारत की नौसैनिक भूमिका

1. भारतीय नौसेना का दृष्टिकोण:

  • मिशन SAGAR: Security and Growth for All in the Region का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
  • Operation Sankalp: यह ऑपरेशन अदन की खाड़ी में भारतीय जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाया गया।
  • INS Vikramaditya और INS Vikrant: स्वदेशी विमानवाहक पोत भारत की समुद्री शक्ति को बढ़ाते हैं।

2. नौसेना और क्षेत्रीय सहयोग:

  • IORA (Indian Ocean Rim Association): क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
  • मालाबार अभ्यास: अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ बहुपक्षीय नौसेना अभ्यास।
  • सागर मित्रता: हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के साथ संबंध मजबूत करने की दिशा में प्रयास।

3. ‘नौसेना नागरिक वर्ष’ का महत्व:

  • भारतीय नौसेना के कार्यबल का लगभग एक तिहाई हिस्सा नागरिक कर्मचारियों का है।
  • यह पहल उनके योगदान को मान्यता देने और उनके कौशल को और बढ़ाने की दिशा में एक प्रयास है।

समाधान और नीति सुझाव

  1. समुद्री सुरक्षा में निवेश:
    • उन्नत पोत, ड्रोन और निगरानी प्रणाली का उपयोग।
  2. क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना:
    • अदन की खाड़ी और लाल सागर क्षेत्र में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
    • बहुपक्षीय नौसेना अभ्यासों में सक्रिय भागीदारी।
  3. डिजिटल और प्रौद्योगिकीय सुधार:
    • समुद्री मार्गों की निगरानी के लिए AI और GIS तकनीकों का उपयोग।
    • बंदरगाहों और समुद्री व्यापार की सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा उपाय।
  4. आर्थिक सहयोग:
    • क्षेत्रीय देशों के साथ व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना।
    • सामरिक चोक प्वाइंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करना।

निष्कर्ष

भारत के समुद्री हित और सुरक्षा रणनीति वैश्विक और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं। अदन की खाड़ी और लाल सागर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भारत की सक्रिय भागीदारी और नौसेना की उपस्थिति न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करेगी बल्कि वैश्विक शांति और सहयोग में भी योगदान देगी।
‘नौसेना नागरिक वर्ष’ जैसे प्रयास भारत के नौसैनिक बल को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

UPSC दृष्टिकोण से संभावित प्रश्न

1. मुख्य परीक्षा (GS-2 और GS-3):

  • प्रश्न: भारत की समुद्री सुरक्षा रणनीति में भारतीय नौसेना की भूमिका पर चर्चा करें।
  • प्रश्न: अदन की खाड़ी और लाल सागर के क्षेत्रीय संकट का भारत के सामरिक हितों पर प्रभाव का विश्लेषण करें।
  • प्रश्न: भारत के मिशन SAGAR का उद्देश्य और महत्व समझाएँ।

2. प्रीलिम्स संभावित प्रश्न:

  1. IORA का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
    • उत्तर: मॉरीशस।
  2. Operation Sankalp का संबंध किससे है?
    • उत्तर: अदन की खाड़ी में भारतीय जहाजों की सुरक्षा।
  3. नौसेना नागरिक वर्ष का उद्देश्य क्या है?
    • उत्तर: नौसेना में नागरिक कर्मचारियों के योगदान को मान्यता देना।


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