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गंगेटिक डॉल्फिन (Gangetic Dolphin) – upsc current Affairs

गंगेटिक डॉल्फिन (Gangetic Dolphin)

Gangetic Dolphins

समाचार में क्यों?

भारत में पाई जाने वाली गंगेटिक डॉल्फिन (Gangetic Dolphin) की पहली जनगणना हाल ही में की गई, जिसमें गंगा और उसकी सहायक नदियों में 6,327 डॉल्फिन पाए जाने का अनुमान लगाया गया है। यह भारत की एकमात्र मीठे पानी की डॉल्फिन है और इसकी संख्या पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य को दर्शाती है।


गंगेटिक डॉल्फिन: परिचय

वैज्ञानिक नाम: Platanista gangetica gangetica

संरक्षण स्थिति:

  • IUCN Red List: Endangered (संकटग्रस्त)
  • CITES Appendix I: उच्चतम संरक्षण श्रेणी में सूचीबद्ध
  • Wildlife Protection Act, 1972: Schedule I (अत्यधिक संरक्षित)

मुख्य विशेषताएँ:

  • यह गंगा, ब्रह्मपुत्र और इनकी सहायक नदियों में पाई जाती है।
  • इसे ‘सूस’ (Susu) भी कहा जाता है।
  • इसकी दृष्टि कमजोर होती है, और यह इकोलोकेशन (echolocation) की मदद से दिशा पहचानती है।
  • यह मछलियों और छोटे जलीय जीवों को भोजन के रूप में खाती है।

गंगेटिक डॉल्फिन का पारिस्थितिकीय महत्व

  • यह नदी के पारिस्थितिकी तंत्र की सेहत का सूचक (Indicator Species) है।
  • यह जल गुणवत्ता बनाए रखने और खाद्य श्रृंखला को संतुलित करने में मदद करती है।

संख्या में गिरावट के कारण

  1. जल प्रदूषण: उद्योगों और मानवीय गतिविधियों से जल प्रदूषित हो रहा है।
  2. बांधों का निर्माण: फरक्का बैराज जैसे बांधों से इनके प्राकृतिक आवास बंट गए हैं।
  3. अवैध शिकार: तेल और माँस के लिए इनका शिकार किया जाता है।
  4. अवैध मत्स्यन: मछली पकड़ने के जालों में फंसकर कई डॉल्फिन मारी जाती हैं।

संरक्षण प्रयास

  1. गंगा डॉल्फिन संरक्षण कार्यक्रम (Ganges Dolphin Conservation Program): 1997 में WWF-India द्वारा शुरू किया गया।
  2. ‘प्रोजेक्ट डॉल्फिन’ (Project Dolphin) – 2020:
    • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना की घोषणा की।
    • उद्देश्य: गंगेटिक डॉल्फिन की संख्या में वृद्धि और संरक्षण को बढ़ावा देना।
  3. राष्ट्रीय जलीय जीव (National Aquatic Animal): 2009 में भारत सरकार ने गंगेटिक डॉल्फिन को यह दर्जा दिया।
  4. विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन अभयारण्य (Vikramshila Gangetic Dolphin Sanctuary):
    • भारत का एकमात्र डॉल्फिन संरक्षित क्षेत्र, भागलपुर, बिहार में स्थित।

निष्कर्ष:

गंगेटिक डॉल्फिन भारत की नदियों के स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। प्रोजेक्ट डॉल्फिन और अन्य सरकारी प्रयास इसके संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हालिया जनगणना यह दर्शाती है कि संरक्षण प्रयासों में सुधार की आवश्यकता है, ताकि यह दुर्लभ प्रजाति विलुप्त न हो।


यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिक बिंदु

GS Paper 3:

  • पर्यावरण और जैव विविधता संरक्षण।
  • नदी पारिस्थितिकी और जल प्रदूषण।
  • सरकारी नीतियाँ और संरक्षण प्रयास।

GS Paper 2:

  • राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जैव विविधता संरक्षण संबंधी कानून।

निबंध और इंटरव्यू:

  • जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता संरक्षण के प्रयास।
  • भारत की गंगा नदी और उससे जुड़े पारिस्थितिकीय मुद्दे।

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