नहीं रहें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी, 92 वर्ष की उम्र में हुआ निधन | उनके निधन पर श्रद्धांजली अर्पित करते है |( Paid Tributes : To Dr. Manmohan Singh Ji )
आइये डॉ मनमोहन सिंह जी के बारे में उनकी उबलब्धियों के बारे में जानते हैं जो दैनिक जानकारी तथा UPSC एवं अन्य एग्जाम के लिए महत्वपूर्ण है|

संदर्भ: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, 92, का निधन।
पृष्ठभूमि:
डॉ. सिंह, जो 2004 से 2014 तक कांग्रेस-नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में दो बार प्रधानमंत्री रहे, पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ थे।
मुख्य बिंदु:
- मनमोहन सिंह (1932–2024): एक प्रख्यात अर्थशास्त्री और राजनेता, जिन्होंने भारत की आर्थिक संरचना को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रारंभिक जीवन और शैक्षणिक उपलब्धियां:
- 26 सितंबर 1932 को पंजाब के गाह (अब पाकिस्तान में) में जन्मे सिंह ने अपनी शैक्षणिक प्रतिभा के दम पर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
आर्थिक सुधारों के शिल्पकार:
- 1991 से 1996 तक वित्त मंत्री के रूप में, उन्होंने ऐतिहासिक आर्थिक सुधार शुरू किए, जिसने भारत को एक बंद, राज्य-नियंत्रित प्रणाली से एक उदार और वैश्विक अर्थव्यवस्था में बदल दिया।
- गंभीर भुगतान संतुलन संकट का सामना करते हुए, उन्होंने व्यापार बाधाओं को कम किया, विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया, और घरेलू बाजारों को विनियमित किया, जिससे भारत के तीव्र आर्थिक विकास की नींव पड़ी।
प्रधानमंत्री कार्यकाल (2004–2014):
- सिंह ने 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया और इस पद पर पहुंचने वाले पहले सिख बने।
आर्थिक विकास:
- उनके नेतृत्व में भारत ने जीडीपी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी, जिससे लाखों लोग गरीबी से बाहर आए और मध्यम वर्ग का विस्तार हुआ।
सामाजिक कार्यक्रम:
सिंह की सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच सुधारने के लिए प्रमुख योजनाएं शुरू कीं, जिनमें शामिल हैं:
- राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (नरेगा): रोजगार की गारंटी देने वाला एक प्रमुख कार्यक्रम।
- राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए।
अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धियां:
- सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम: 2005 में लागू किया गया, इस अधिनियम ने नागरिकों को सार्वजनिक प्राधिकरणों से जानकारी प्राप्त करने की शक्ति दी, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ी।
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम: 2013 में पेश किया गया, यह अधिनियम भारत की लगभग दो-तिहाई आबादी को रियायती दरों पर खाद्यान्न सुनिश्चित करता है।
- यूएस-इंडिया सिविल न्यूक्लियर एग्रीमेंट: 2008 में, सिंह ने अमेरिका के साथ एक ऐतिहासिक परमाणु समझौता पूरा किया, जिससे भारत की परमाणु तकनीक और ईंधन तक पहुंच सुनिश्चित हुई।
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