पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी: UPSC PT 2025 लक्ष्य
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी UPSC प्रारंभिक परीक्षा (PT) 2025 के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है, जो जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता, प्रदूषण, पर्यावरणीय नीतियों और सतत विकास जैसे पहलुओं को कवर करता है। यह विषय न केवल सामान्य अध्ययन पेपर-1 बल्कि समसामयिक घटनाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मुख्य विषय:
- जलवायु परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय संधियाँ
- जैव विविधता और संरक्षण उपाय
- पर्यावरणीय प्रदूषण और उसका नियंत्रण
- सतत विकास लक्ष्य (SDGs) और भारत की नीतियाँ
- पर्यावरण संरक्षण अधिनियम और सरकारी योजनाएँ
UPSC 2025 के दृष्टिकोण से यह विषय व्यापक अध्ययन और समसामयिक घटनाओं की गहन समझ की मांग करता है। नियमित समाचार पत्र, सरकारी रिपोर्ट्स (जैसे IPCC, UNEP, MOEF&CC) और पूर्व वर्ष के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण इस विषय में सफलता की कुंजी हैं।
1. जैव विविधता ( Biodiversity )
- वन्य जीव और संरक्षण” (Wildlife and Conservation)
- वन (Forests)
- आर्द्रभूमि, तटीय भूमि और महासागर (Wetlands, Coastal Land & Oceans)
- सुर्खियों में रहे संगठन (Organizations in News)