समाचार में क्यों?
• समुद्री जीवविज्ञानियों ने डुल्सिबेला कमांचाका (Dulcibella camanchaca) नामक एम्फिपॉड की एक नई प्रजाति की खोज की है।
• यह अटाकामा गर्त (Atacama Trench) में 8,000 मीटर से अधिक गहराई में पाई गई है, जो दुनिया के सबसे गहरे समुद्री गर्तों में से एक है।
• यह खोज गहरे समुद्र की जैव विविधता और समुद्री जीवों के अनुकूलन को समझने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।
डुल्सिबेला कमांचाका क्या है?
• यह एक एम्फिपॉड (छोटे समुद्री क्रस्टेशियन) है, जो गहरे समुद्री वातावरण में पाया जाता है।
• अत्यधिक गहराई में पाए जाने के बावजूद, यह प्रजाति अत्यधिक दबाव, कम तापमान और पोषण की कमी वाले वातावरण में जीवित रहने में सक्षम है।
• इसकी खोज से यह समझने में मदद मिलती है कि समुद्री जीवन चरम परिस्थितियों में कैसे विकसित होता है।
अटाकामा गर्त: एक परिचय
• स्थान: प्रशांत महासागर में, चिली और पेरू के तटों के पास।
• गहराई: लगभग 8,000 से 10,000 मीटर तक।
• महत्व: यह क्षेत्र जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण है और यहां अनुकूलित समुद्री जीवों की कई दुर्लभ प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
निष्कर्ष
- Dulcibella camanchaca एक एम्फीपॉड क्रस्टेशियन (छोटे समुद्री जीवों का एक समूह) की नई खोजी गई प्रजाति है।
- यह अटाकामा ट्रेंच (दक्षिण प्रशांत महासागर, चिली के पास) में लगभग 8,000 मीटर (26,000 फीट) की गहराई में पाई गई।
- अटाकामा ट्रेंच दुनिया के सबसे गहरे समुद्री क्षेत्रों में से एक है, जहाँ भीषण दबाव, अत्यधिक ठंड, और घना अंधकार रहता है।
शारीरिक विशेषताएँ
- आकार: यह प्रजाति लगभग 4 सेंटीमीटर (1.6 इंच) लंबी होती है, जो इस गहराई पर मिलने वाले अन्य एम्फीपॉड्स से बड़ी है।
- रूप-रंग: इसमें विशेष रूप से विकसित अंग होते हैं, जो इसे छोटे क्रस्टेशियंस को पकड़कर खाने में मदद करते हैं।
पारिस्थितिकीय भूमिका
✅ शिकारी व्यवहार
- अन्य गहरे समुद्र के एम्फीपॉड्स आमतौर पर मृत कार्बनिक पदार्थों पर निर्भर रहते हैं, लेकिन Dulcibella camanchaca एक सक्रिय शिकारी है।
- यह अपने विशेष अंगों का उपयोग करके छोटे समुद्री जीवों को पकड़ता और खाता है।
✅ अनुकूलन (Adaptations)
- यह प्रजाति हैडल ज़ोन में रहने के लिए अनुकूलित है, जो 6,000 से 11,000 मीटर की गहराई को कवर करता है।
- यह अब तक पहचाने गए सबसे गहरे-रहने वाले शिकारियों में से एक है।
• डुल्सिबेला कमांचाका की खोज यह दर्शाती है कि गहरे समुद्र में अभी भी कई अज्ञात प्रजातियाँ मौजूद हैं।
• यह अध्ययन समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और गहरे समुद्र में जीवन के अनुकूलन को समझने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिक बिंदु
GS Paper 3 (पर्यावरण एवं जैव विविधता)
• गहरे समुद्र की जैव विविधता और समुद्री पारिस्थितिकी।
• नए खोजे गए समुद्री जीवों का वैज्ञानिक और पर्यावरणीय महत्व।
• जलवायु परिवर्तन और समुद्री पारिस्थितिकी पर प्रभाव।
Leave a Reply