अमेरिका और भारत की सॉफ्ट पावर
America and India’s Soft Power
चर्चा में क्यों?
Why in News?
हाल के वर्षों में अमेरिका की विदेश नीति में आए परिवर्तनों—विशेष रूप से “America First” एजेंडे के कारण—दुनिया में उसकी सॉफ्ट पावर (Soft Power) में कमी देखी गई है। वहीं दूसरी ओर, भारत ने अपनी सांस्कृतिक, शैक्षणिक और वैश्विक विकास सहयोग की नीतियों के माध्यम से अपनी सॉफ्ट पावर को बढ़ाने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।
सॉफ्ट पावर क्या है?
What is Soft Power?
Note: सॉफ्ट पावर वह शक्ति है जिसमें किसी देश को दूसरों को आकर्षित करने और उनके व्यवहार को अपने अनुकूल ढालने की क्षमता होती है, बिना बल प्रयोग या आर्थिक दंड के।
परिभाषा: यह शब्द पहली बार जोसेफ नाई (Joseph Nye) द्वारा 1990 में प्रस्तुत किया गया था। इसके मुख्य स्तंभ हैं –
• संस्कृति
• राजनीतिक मूल्य और संस्थाएँ
• विदेश नीति की वैधता
अमेरिका की सॉफ्ट पावर में गिरावट: कारण और प्रभाव
Decline in American Soft Power: Causes and Impact
• “America First” नीति: ट्रंप प्रशासन के तहत संरक्षणवादी और आत्म-केंद्रित नीतियों से अमेरिका की वैश्विक छवि को नुकसान हुआ।
• पेरिस जलवायु समझौते से हटना, WHO और UNESCO जैसी संस्थाओं से दूरी—इन कदमों ने अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े किए।
• शरणार्थियों और मुस्लिम देशों के यात्रियों पर प्रतिबंध: इससे अमेरिका की उदार और लोकतांत्रिक छवि धूमिल हुई।
• सांस्कृतिक निर्यात पर प्रभाव: हॉलीवुड, अमेरिकी विश्वविद्यालय, और तकनीकी कंपनियाँ अब पूर्ववत आकर्षण नहीं रखतीं।
भारत की सॉफ्ट पावर में वृद्धि: प्रमुख उदाहरण
Rise of India’s Soft Power: Key Examples
• अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून): भारत की सांस्कृतिक कूटनीति का प्रतीक बन गया है।
• आयुर्वेद, भारतीय व्यंजन और बॉलीवुड का वैश्विक प्रभाव
• विश्वभर में भारतीय प्रवासी समुदाय (Indian Diaspora): भारत की छवि को सकारात्मक रूप में प्रस्तुत करता है।
• “वसुधैव कुटुम्बकम्” (One World, One Family): G20 जैसे मंचों पर भारत का मूल मंत्र बना।
• Digital India, Vaccine Maitri, और South-South Cooperation: विकासशील देशों में भारत की भागीदारी ने उसे एक जिम्मेदार और सहयोगी शक्ति के रूप में स्थापित किया।
सॉफ्ट पावर: एक तुलनात्मक विश्लेषण
Soft Power: A Comparative Analysis
पहलू | अमेरिका | भारत |
---|---|---|
सांस्कृतिक प्रभाव | हॉलीवुड, पॉप संगीत, अंग्रेज़ी भाषा | योग, आयुर्वेद, बॉलीवुड |
वैश्विक संस्थाओं में भूमिका | संस्थाओं से अलगाव की प्रवृत्ति | संस्थाओं में सक्रिय भागीदारी |
आप्रवासी नीति | कठोर और प्रतिबंधात्मक | प्रवासी भारतीयों के साथ मजबूत संबंध |
कोविड-19 प्रतिक्रिया | “अमेरिका पहले” दृष्टिकोण | वैक्सीन मैत्री और सहायता |
प्रशासनिक दृष्टिकोण
Administrative Perspective
भारत ने MEA (विदेश मंत्रालय) के Cultural Diplomacy Division और ICCR (भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद) के माध्यम से सॉफ्ट पावर को रणनीतिक नीति के रूप में अपनाया है। Digital Diplomacy, e-Visa, और भारतीय मिशनों की सक्रियता इसका उदाहरण है।
कानूनी दृष्टिकोण
Legal Perspective
• भारत की विदेश नीति में सॉफ्ट पावर को संविधान के अनुच्छेद 51 (“अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को बढ़ावा देना”) के अंतर्गत देखा जा सकता है।
• सांस्कृतिक विरासत अधिनियमों (जैसे कि प्राचीन स्मारक अधिनियम) के माध्यम से सांस्कृतिक स्थलों की सुरक्षा की जाती है।
सामाजिक और वैश्विक प्रभाव
Social and Global Impacts
• सॉफ्ट पावर के कारण भारत की छवि “Hard Power से इतर एक शांतिपूर्ण राष्ट्र” के रूप में बन रही है।
• वैश्विक मंचों पर भारत की भूमिका—UN, WHO, SCO, BRICS—में सॉफ्ट पावर की भूमिका निर्णायक रही है।
• अमेरिका में सॉफ्ट पावर की गिरावट से उसकी विश्वसनीयता पर असर पड़ा है, जबकि भारत “Trustworthy Global Partner” के रूप में उभरा है।
UPSC परीक्षा प्रासंगिक बिंदु
UPSC Exam Relevant Points
• Soft Power: परिभाषा, जोसेफ नाई द्वारा प्रस्तावना
• भारत और अमेरिका की सॉफ्ट पावर रणनीतियाँ
• Vaccine Maitri, Yoga Day जैसे भारत के प्रयास
• Comparative Analysis Framework (Mains उत्तर लेखन के लिए उपयुक्त)
• GS Paper II: International Relations & Indian Foreign Policy
• GS Paper IV: Ethics – Role of Soft Power in Global Morality
• निबंध पेपर के लिए प्रासंगिक विषय: “Hard Power बनाम Soft Power”
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