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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NATIONAL HEALTH MISSION)

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NATIONAL HEALTH MISSION)

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM): एक मूल्यांकन (2021-2024)

प्रसंग:
केंद्र सरकार ने कैबिनेट को प्रस्तुत अपनी मूल्यांकन रिपोर्ट (2021-24) में कहा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने मातृ मृत्यु दर (MMR), तपेदिक (TB), सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों को कम करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुधारने में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इसके साथ ही, स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए बेहतर मानव संसाधन तैयार करने और एकीकृत प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित करने की दिशा में भी इसे प्रभावी पाया गया है।


राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM): परिचय

  1. शुरुआत और उद्देश्य:
    • NHM की शुरुआत 2005 में हुई थी।
    • इसका उद्देश्य सभी को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
    • यह दो मुख्य घटकों में विभाजित है:
      • राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM)
      • राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (NUHM)
  2. लक्ष्य:
    • सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (Universal Health Coverage) सुनिश्चित करना।
    • मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार।
    • संक्रामक और गैर-संक्रामक बीमारियों को नियंत्रित करना।
    • स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार और सुधार।

NHM की प्रमुख उपलब्धियाँ (2021-24):

  1. मातृ मृत्यु दर (Maternal Mortality Ratio – MMR) में कमी:
    • NHM की योजनाओं जैसे जननी सुरक्षा योजना (JSY) और जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (JSSK) ने गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव की ओर प्रोत्साहित किया।
    • MMR को 113 प्रति लाख जीवित जन्म (2018-20) से और कम करने में योगदान दिया।
  2. तपेदिक (TB) उन्मूलन:
    • राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) के तहत टीबी के मामलों की पहचान, उपचार और पुनर्वास में सुधार किया गया।
    • “टीबी मुक्त भारत अभियान” के लक्ष्य को 2025 तक प्राप्त करने की दिशा में प्रगति।
  3. सिकल सेल एनीमिया पर कार्य:
    • जनजातीय क्षेत्रों में इस बीमारी के लिए स्क्रीनिंग और उपचार सुविधाओं का विस्तार।
    • सरकार द्वारा सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ।
  4. कोविड-19 और अन्य स्वास्थ्य आपात स्थितियों में योगदान:
    • कोविड-19 महामारी के दौरान NHM ने स्वास्थ्य सेवाओं के एकीकृत प्रबंधन में मदद की।
    • मानव संसाधन का विस्तार करते हुए विशेष प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की तैनाती की।
  5. स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार:
    • ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWCs) की स्थापना।
    • आयुष्मान भारत योजना के साथ समन्वय।

NHM के तहत प्रमुख योजनाएँ और पहल:

  1. जननी सुरक्षा योजना (JSY):
    • संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने के लिए वित्तीय सहायता।
  2. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK):
    • बच्चों की जन्मजात बीमारियों, कुपोषण और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान और उपचार।
  3. मिशन इंद्रधनुष:
    • सार्वभौमिक टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम।
  4. कायाकल्प योजना:
    • सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की स्वच्छता और गुणवत्ता सुधार।
  5. राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम:
    • मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और जागरूकता।
  6. राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (NDHM):
    • डिजिटलीकरण के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में सुधार।

NHM की चुनौतियाँ:

  1. वित्तीय और मानव संसाधन की कमी:
    • ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पर्याप्त वित्त पोषण और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी।
  2. स्वास्थ्य सुविधाओं का असमान वितरण:
    • जनजातीय और पिछड़े क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं की पहुँच अभी भी सीमित है।
  3. गैर-संक्रामक रोग (NCDs):
    • डायबिटीज, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए अधिक प्रयास की आवश्यकता है।
  4. मॉनिटरिंग और डेटा प्रबंधन:
    • स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी और डेटा संग्रहण में सुधार की आवश्यकता है।

NHM के भविष्य के लिए सुझाव:

  1. आधारभूत संरचना का सुधार:
    • ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का समान वितरण सुनिश्चित करना।
  2. मानव संसाधन का सुदृढ़ीकरण:
    • अधिक डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भर्ती और प्रशिक्षण।
  3. नवाचार और डिजिटलीकरण:
    • टेलीमेडिसिन और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देना।
  4. सिकल सेल और टीबी उन्मूलन:
    • इन बीमारियों के खिलाफ अभियान को तेज करना और समुदाय आधारित उपचार को बढ़ावा देना।
  5. स्वास्थ्य आपात स्थिति की तैयारी:
    • महामारी और अन्य आपात स्थितियों के लिए बेहतर प्रबंधन और पूर्व-योजना।

निष्कर्ष:

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुधारने में उल्लेखनीय योगदान दिया है। मातृ मृत्यु दर, तपेदिक और सिकल सेल एनीमिया जैसी चुनौतियों पर इसके प्रभावी प्रयास सराहनीय हैं। हालांकि, स्वास्थ्य सुविधाओं का समान वितरण और वित्तीय सुदृढ़ता जैसी चुनौतियों का समाधान करना आवश्यक है। NHM का भविष्य केवल बेहतर योजना और प्रभावी क्रियान्वयन पर निर्भर है।
भारत में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने के लिए NHM को और मजबूत करना समय की आवश्यकता है।


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