1. प्रवासी भारतीय दिवस 2025
- महत्व:
- यह दिवस 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी की भारत वापसी की स्मृति में मनाया जाता है।
- भारतीय प्रवासियों और भारत सरकार के बीच जुड़ाव को बढ़ावा देना।
- 2025 का विषय: “भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों की भूमिका”।
- प्रमुख बिंदु:
- प्रवासी भारतीयों द्वारा भेजी गई रेमिटेंस भारत की GDP का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- प्रवासी भारतीय भारत की सॉफ्ट पावर को मजबूत करते हैं।
- कौशल और निवेश को बढ़ावा देने के लिए “विभिन्न डॉयस्पोरा योजनाओं” पर जोर।
- चुनौतियां:
- विदेशों में भारतीय समुदाय के अधिकारों और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- भारत में निवेश हेतु प्रवासी भारतीयों को आकर्षित करना।
2. E-Shram पोर्टल का विस्तार
- E-Shram पोर्टल: असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक राष्ट्रीय डेटाबेस।
- विशेषताएँ:
- अब 22 अनुसूचित भाषाओं में उपलब्ध।
- श्रमिकों को UAN (Unique Identification Number) जारी किया जाता है।
- महत्व:
- श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं तक पहुँच।
- महामारी जैसे संकटों के दौरान श्रमिक सहायता का प्रबंधन।
- श्रमिकों का डाटा संगठित कर नीतिगत योजनाओं का निर्माण।
- चुनौतियां:
- तकनीकी अवसंरचना की कमी।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी।
3. भारतीय रेलवे का 69वां डिवीजन (जम्मू डिवीजन)
- महत्व:
- जम्मू क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी और प्रबंधन में सुधार।
- उत्तरी भारत में आर्थिक और सामाजिक विकास को गति।
- विशेष बिंदु:
- उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना को बढ़ावा।
- जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार में वृद्धि।
- चुनौतियां:
- दुर्गम क्षेत्र में बुनियादी ढांचा निर्माण।
- पर्यावरणीय और सामाजिक बाधाएं।
4. ISRO के नए प्रमुख: वी. नारायणन
- पृष्ठभूमि:
- वी. नारायणन अंतरिक्ष अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं।
- उन्होंने क्रायोजेनिक इंजन और गगनयान मिशन में योगदान दिया।
- प्राथमिक लक्ष्य:
- गगनयान मिशन: भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन।
- चंद्रयान-4 और आदित्य-L1 जैसी मिशन की प्रगति।
- निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी को बढ़ावा।
- महत्व:
- भारत की अंतरिक्ष शक्ति को वैश्विक स्तर पर स्थापित करना।
- उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान और नवाचार।
5. भारत की GDP वृद्धि दर का अनुमान (6.4%)
- प्रमुख कारण:
- सेवा क्षेत्र का पुनरुद्धार।
- निर्यात और डिजिटल अर्थव्यवस्था में वृद्धि।
- बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर ध्यान।
- चुनौतियां:
- मुद्रास्फीति का दबाव।
- वैश्विक मंदी का प्रभाव।
- महत्व:
- स्थिर GDP विकास दर भारत की आर्थिक स्थिरता का संकेत।
- रोजगार सृजन और सामाजिक क्षेत्र में निवेश।
Leave a Reply