ग्रीन डिपॉजिट्स (Green Deposits) पर्यावरणीय या सामाजिक रूप से जिम्मेदार वित्तीय उत्पाद हैं। इन्हें मुख्य रूप से बैंकों द्वारा पेश किया जाता है, जहाँ इन डिपॉजिट्स का उपयोग पर्यावरणीय या हरित (ग्रीन) परियोजनाओं के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य पर्यावरण-संवेदनशील और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देना है।
ग्रीन डिपॉजिट्स की मुख्य विशेषताएँ:
- उद्देश्य:
ग्रीन डिपॉजिट से प्राप्त धन का उपयोग केवल पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ या सामाजिक रूप से प्रभावशाली परियोजनाओं के लिए किया जाता है। - पारदर्शिता:
बैंक आमतौर पर इस धन का उपयोग किस तरह किया जा रहा है, इसकी विस्तृत रिपोर्ट देते हैं, जिससे निवेशकों को पूर्ण जानकारी मिलती है। - लक्ष्य समूह:
ये उत्पाद उन व्यक्तियों और संगठनों के लिए आकर्षक हैं जो अपने बचत के माध्यम से पर्यावरण और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालना चाहते हैं। - नियम और मानक:
ग्रीन डिपॉजिट्स अक्सर ग्रीन बॉन्ड प्रिंसिपल्स या अन्य ईएसजी (ESG – Environmental, Social, Governance) से जुड़े मानकों के अनुरूप होते हैं। - ब्याज दर:
ये जमा खाते प्रतिस्पर्धात्मक ब्याज दरें प्रदान कर सकते हैं, लेकिन इनकी मुख्य विशेषता इनका नैतिक और पर्यावरणीय योगदान है।
ग्रीन डिपॉजिट्स का उपयोग किन परियोजनाओं में होता है?
- सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और हाइड्रोपावर जैसे नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र
- हरित भवन निर्माण और टिकाऊ बुनियादी ढांचा
- जैव विविधता संरक्षण
- अपशिष्ट प्रबंधन और पुनर्चक्रण परियोजनाएँ
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