प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
Pradhan Mantri Mudra Yojana (PMMY)
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) ने अप्रैल 2025 में अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री और विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों ने इसे वित्तीय समावेशन तथा नीचे स्तर पर उद्यमिता के विकास में एक क्रांतिकारी पहल बताया।
योजना का परिचय
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत 8 अप्रैल, 2015 को की गई थी, जिसका उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को बिना गारंटी के ऋण प्रदान करना है।
मुख्य उद्देश्य:
- असंगठित क्षेत्र के उद्यमियों को वित्तीय सहायता
- स्वरोज़गार को प्रोत्साहन
- महिलाओं, युवाओं, दलितों और पिछड़े वर्गों की भागीदारी में वृद्धि
MUDRA का अर्थ (Note):
MUDRA = Micro Units Development and Refinance Agency
यह एक संस्थान है जो वाणिज्यिक बैंकों, लघु वित्त बैंकों, NBFC और MFIs के माध्यम से ऋण सहायता प्रदान करता है।
मुद्रा ऋण की तीन श्रेणियाँ
श्रेणी | ऋण सीमा | उद्देश्य |
---|---|---|
शिशु | ₹50,000 तक | छोटे स्तर के नए व्यवसाय जैसे चाय की दुकान, दर्जी, ब्यूटी पार्लर |
किशोर | ₹50,001 – ₹5 लाख | व्यवसाय विस्तार जैसे उपकरण खरीदना, दुकान किराया |
तरुण | ₹5 लाख – ₹10 लाख | मध्यम दर्जे के व्यवसाय जैसे छोटा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट |
प्रमुख विशेषताएँ
• कोई गारंटी आवश्यक नहीं
• ब्याज दरें बैंक द्वारा निर्धारित
• ऋण पुनर्भुगतान की लचीली समयसीमा
• महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति को प्राथमिकता
अब तक की उपलब्धियाँ (2024 तक)
आँकड़ा | विवरण |
---|---|
कुल वितरण | ₹24 लाख करोड़ से अधिक |
लाभार्थी | लगभग 43 करोड़ लोग |
महिला उद्यमी | 68% से अधिक |
SC/ST/OBC लाभार्थी | लगभग 50% |
चुनौतियाँ और आलोचना
• ऋण चुकाने में असमर्थता – असंगठित क्षेत्र में आय की अनिश्चितता
• उपयुक्त ट्रेनिंग की कमी – केवल ऋण नहीं, कौशल भी आवश्यक
• ऋण राशि का सीमित उपयोग – कई बार ऋण का उपयोग निजी आवश्यकताओं में
• ब्याज दरों की भिन्नता – बैंकों द्वारा उच्च ब्याज दर लागू करना
योजना के प्रभाव
क्षेत्र | प्रभाव |
---|---|
रोज़गार सृजन | छोटे कारोबारों से लाखों रोजगार |
महिला सशक्तिकरण | महिलाओं का स्वरोज़गार में वृद्धि |
वित्तीय समावेशन | बैंकिंग क्षेत्र में नए ग्राहकों का प्रवेश |
स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान | ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र में आर्थिक गतिविधि |
भविष्य की दिशा
• डिजिटल मुद्रा लोन प्लेटफॉर्म्स का विकास
• लघु उद्योगों के लिए मेंटरशिप और ट्रेनिंग
• ऋण वितरण में पारदर्शिता और निगरानी
• राज्य स्तर पर योजना का विकेन्द्रीकरण
[UPSC परीक्षा प्रासंगिक बिंदु]
• प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का उद्देश्य और स्वरूप
• शिशु, किशोर, तरुण – श्रेणियों का विवरण
• वित्तीय समावेशन में मुद्रा योजना की भूमिका
• महिला और दलित उद्यमिता को बढ़ावा
• मुद्रा योजना के तहत ऋण वितरण का सामाजिक प्रभाव
• योजना की चुनौतियाँ और सुधार के सुझाव
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