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साउथ कोस्ट रेलवे (एससीओआर) ज़ोन: डिवीजन, वाल्टेयर स्प्लिट और आर्थिक प्रभाव ( South Coast Railway (SCoR) Zone: Divisions, Waltair Split & Economic Impact )

साउथ कोस्ट रेलवे (एससीओआर) ज़ोन: डिवीजन, वाल्टेयर स्प्लिट और आर्थिक प्रभाव

Table Of Contents
  1. दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन: नवीनतम समाचार
  2. दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन के गठन का कारण
  3. 1️⃣ आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत अनिवार्यता
  4. 2️⃣ सरकारी घोषणा और रणनीतिक महत्व
  5. 3️⃣ आर्थिक और लॉजिस्टिक लाभ
  6. 4️⃣ राजनीतिक संदर्भ
  7. दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन के अंतर्गत मंडल
  8. 📍 भौगोलिक क्षेत्र कवरेज
  9. 📍 प्रमुख रेलवे मंडल
  10. विशाखापट्टनम मंडल (SCoR) के तहत रेल खंड
  11. रायगढ़ा मंडल (पूर्व तट रेलवे) के तहत रेल खंड
  12. वाल्टेयर मंडल का महत्व
  13. 📌 प्रमुख राजस्व उत्पन्न करने वाला मंडल
  14. 📊 पूर्व तट रेलवे (ECoR) की मालवाहन उपलब्धि
  15. 🛤 मंडल-वार योगदान:
  16. ⚠️ ओडिशा में राजनीतिक विरोध
  17. दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन FAQs
  18. Q1. दक्षिण रेलवे (Southern Railway) में कितने ज़ोन हैं?
  19. Q2. दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन में कितने मंडल हैं?
  20. Q3. भारतीय रेलवे में SCoR का पूर्ण रूप क्या है?
  21. Q4. वाल्टेयर का नया नाम क्या है?
  22. Q5. वाल्टेयर मंडल का क्या अर्थ है?

दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन: नवीनतम समाचार

केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत दक्षिण तट रेलवे (South Coast Railway – SCoR) ज़ोन के गठन को मंजूरी दी।
यह भारत का 18वाँ रेलवे ज़ोन होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी में इसके मुख्यालय के लिए विशाखापट्टनम में आधारशिला रखी।
✅ यह नया ज़ोन पूर्व तट रेलवे (East Coast Railway) और दक्षिण मध्य रेलवे (South Central Railway) के कुछ हिस्सों को पुनर्गठित कर बनाया गया है।
वाल्टेयर रेल मंडल (Waltair Division) को विभाजित किया गया:

  • एक भाग विशाखापट्टनम रेलवे मंडल बना, जो SCoR का हिस्सा होगा।
  • दूसरा भाग रायगढ़ा (ओडिशा) में एक नया मंडल बनेगा, जो पूर्व तट रेलवे (East Coast Railway) के अंतर्गत आएगा।

दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन के गठन का कारण

1️⃣ आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत अनिवार्यता

अनुसूची 13 (इंफ्रास्ट्रक्चर), आइटम 8 के अनुसार, भारतीय रेलवे को एक नए रेलवे ज़ोन की व्यवहार्यता की जाँच करने का निर्देश था।

2️⃣ सरकारी घोषणा और रणनीतिक महत्व

✅ फरवरी 2019 में केंद्र सरकार ने SCoR ज़ोन के गठन की घोषणा की।
✅ यह रेलवे संचालन की प्रभावशीलता बढ़ाने और यात्री व मालवाहन मांगों को पूरा करने के लिए किया गया।

3️⃣ आर्थिक और लॉजिस्टिक लाभ

✅ एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी के अनुसार, नया ज़ोन:

  • औद्योगिक और कृषि विकास को बढ़ावा देगा।
  • विशाखापट्टनम और कृष्णापट्टनम जैसे प्रमुख बंदरगाहों के लिए लॉजिस्टिक्स में सुधार करेगा।
  • तिरुपति और अन्य सांस्कृतिक स्थलों के पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा।

4️⃣ राजनीतिक संदर्भ

✅ आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद से अलग रेलवे ज़ोन की मांग चल रही थी, लेकिन इसे तभी मंजूरी मिली जब राज्य और केंद्र सरकार के बीच राजनीतिक सहमति बनी।
2024 में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) की सत्ता में वापसी और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने के बाद यह निर्णय लिया गया।


दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन के अंतर्गत मंडल

📍 भौगोलिक क्षेत्र कवरेज

✅ यह ज़ोन मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश को कवर करेगा और तेलंगाना और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों को भी जोड़ेगा।

📍 प्रमुख रेलवे मंडल

1️⃣ विजयवाड़ा मंडल (दक्षिण मध्य रेलवे से स्थानांतरित)
2️⃣ गुंटूर मंडल (दक्षिण मध्य रेलवे से स्थानांतरित)
3️⃣ विशाखापट्टनम मंडल (पूर्व वाल्टेयर मंडल का हिस्सा)


विशाखापट्टनम मंडल (SCoR) के तहत रेल खंड

✅ यह मंडल लगभग 410 किमी क्षेत्र को कवर करेगा, जिसमें शामिल हैं:

  • पालासा–विशाखापट्टनम–दुव्वाडा
  • कुनेरू–विजयनगरम
  • नौपाड़ा जं.–परलाखेमुंडी
  • बोब्बिली जं.–सालूर
  • सिंहाचलम नॉर्थ–दुव्वाडा बाईपास
  • वडालापुडी–दुव्वाडा
  • विशाखापट्टनम स्टील प्लांट–जग्गयपालेम

रायगढ़ा मंडल (पूर्व तट रेलवे) के तहत रेल खंड

✅ शेष वाल्टेयर मंडल (लगभग 680 किमी क्षेत्र) को पुनर्गठित कर एक नया मंडल बनाया गया, जिसमें शामिल हैं:

  • कोट्टावलसा–बचेली
  • कुनेरू–थेरुवली जं.
  • सिंगापुर रोड–कोरापुट जं.
  • परलाखेमुंडी–गुणपुर

वाल्टेयर मंडल का महत्व

📌 प्रमुख राजस्व उत्पन्न करने वाला मंडल

वाल्टेयर मंडल भारतीय रेलवे के लिए एक प्रमुख राजस्व स्रोत है, खासकर ओडिशा और छत्तीसगढ़ के खनन और इस्पात उद्योगों से जुड़े मालवाहन यातायात के कारण।


📊 पूर्व तट रेलवे (ECoR) की मालवाहन उपलब्धि

✅ वित्त वर्ष 2023-24 में पूर्व तट रेलवे (ECoR) ने 250 मिलियन टन माल लोड करके नया रिकॉर्ड बनाया।
✅ यह लगातार पांचवें वर्ष था जब ECoR ने 200 मिलियन टन से अधिक माल का परिवहन किया।

🛤 मंडल-वार योगदान:

1️⃣ खुर्दा रोड मंडल156.17 मिलियन टन
2️⃣ वाल्टेयर मंडल74.66 मिलियन टन
3️⃣ संभलपुर मंडल19.20 मिलियन टन

वाल्टेयर मंडल का योगदान महत्वपूर्ण है, जिससे यह रेलवे के लिए राजस्व बढ़ाने वाला प्रमुख क्षेत्र बन गया है।


⚠️ ओडिशा में राजनीतिक विरोध

ओडिशा के नेता SCoR ज़ोन के पुनर्गठन का विरोध कर रहे हैं।
✅ उनका तर्क है कि इससे ओडिशा को आर्थिक नुकसान होगा, क्योंकि ECoR का एक बड़ा राजस्व उत्पन्न करने वाला हिस्सा (मुख्यालय: भुवनेश्वर) दक्षिण तट रेलवे (SCoR) में स्थानांतरित किया जा रहा है।


दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन FAQs

Q1. दक्षिण रेलवे (Southern Railway) में कितने ज़ोन हैं?

दक्षिण रेलवे (Southern Railway) का मुख्यालय चेन्नई में स्थित है और इसके अंतर्गत छह मंडल आते हैं:
1️⃣ चेन्नई
2️⃣ तिरुचिरापल्ली
3️⃣ मदुरै
4️⃣ पालक्काड
5️⃣ सलेम
6️⃣ तिरुवनंतपुरम


Q2. दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन में कितने मंडल हैं?

दक्षिण तट रेलवे (SCoR) ज़ोन का मुख्यालय विशाखापट्टनम में होगा और इसमें चार मंडल शामिल होंगे:
1️⃣ विशाखापट्टनम (पूर्व में वाल्टेयर मंडल का हिस्सा)
2️⃣ विजयवाड़ा
3️⃣ गुंटूर
4️⃣ गुंटकल


Q3. भारतीय रेलवे में SCoR का पूर्ण रूप क्या है?

SCoR का पूर्ण रूप South Coast Railway (दक्षिण तट रेलवे) है।
✅ यह भारत का 18वाँ रेलवे ज़ोन है।


Q4. वाल्टेयर का नया नाम क्या है?

वाल्टेयर मंडल का नया नाम विशाखापट्टनम मंडल रखा गया है।
वाल्टेयर नाम को औपनिवेशिक विरासत मानते हुए बदला गया है।


Q5. वाल्टेयर मंडल का क्या अर्थ है?

वाल्टेयर रेलवे मंडल, भारतीय रेलवे के पूर्व तट रेलवे (ECoR) ज़ोन के तहत एक प्रमुख मंडल था।
✅ अब इसका नाम बदलकर विशाखापट्टनम मंडल कर दिया गया है।


वाल्टेयर मंडल भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण मालवाहन केंद्र रहा है।
SCoR ज़ोन के गठन से विशाखापट्टनम का महत्व बढ़ेगा, लेकिन ओडिशा में आर्थिक प्रभाव को लेकर राजनीतिक विवाद जारी है।


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